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Sunday, May 22, 2022

प्री. बी.एड. (B.Ed.21) और प्री. डी.एल. एड. (D.El.Ed.21) पुराना प्रश्न पत्र

 


 

 

 

छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित

 प्री. बी.एड. (B.Ed.21) प्रवेश परीक्षा -2021 पुराना  प्रश्न पत्र डाऊनलोड करे  👇

  

https://vyapam.cgstate.gov.in/sites/default/files/2022-04/31202-TF-BT-ENT-M%20%28Set-A%29%28BED%29.pdf




 प्री. डी.एल. एड. (D.El.Ed.21) प्रवेश परीक्षा -2021 पुराना डाऊनलोड करे 👇

https://vyapam.cgstate.gov.in/sites/default/files/2022-04/31202%20TF%20DT%20ENT-E%20%28Set-A%29%28DLED%29.pdf 

 

प्रवेश परीक्षा का प्रश्न पत्र - 2021 डाऊनलोड करे 👇

  1. पोस्ट बेसिक नर्सिंग (PBN) प्रवेश परीक्षा -2021 2. एम.एस-सी नर्सिंग (MSCN) प्रवेश परीक्षा -2021 3. बी.एस-सी नर्सिंग (BSCN) प्रवेश परीक्षा -2021 4. प्री. बी.ए बी.एड. (Pre. B.A.B.Ed)/ प्री. बी.एस.सी बी.एड.(Pre. B.Sc.B.Ed) प्रवेश परीक्षा -2021 5. पी.व्ही.पी.टी.(PVPT)/ पी.ए.टी.(PAT) प्रवेश परीक्षा -2021 5.1 SCIENCE 5.2 AGRICULTURE 6. प्री एम. सी. ए (Pre. MCA21) प्रवेश परीक्षा -2021 7. पी. पी. टी. (PPT21) प्रवेश परीक्षा -2021 8. पी. पी. एच. टी. (PPHT21) प्रवेश परीक्षा -2021 9. पी. ई. टी. (PET21) प्रवेश परीक्षा -2021 10. प्री. डी.एल. एड. (D.El.Ed.21) प्रवेश परीक्षा -2021 11. प्री. बी.एड. (B.Ed.21) प्रवेश परीक्षा -2021  

 

 

Thursday, May 19, 2022

लॉ की पढ़ाई करने के फायदे

 

लॉ की पढ़ाई करने के लिए क्या करें, कौन सी डिग्री लें आदि सारी जानकारी यहां से प्राप्त करें

 
वकील ने अपराधियों पर मुकदमा चलाया और निर्दोष लोगों को बचाया। वकीलों को बहुत आत्मविश्वास होना चाहिए और एक न्यायाधीश के साथ अच्छी तरह से बहस करना चाहिए यह वही है जो लोग सोचते हैं कि एक वकील को परिभाषित करता है, लेकिन क्या यह वास्तव में सच है ??? एक वकीलों की नौकरी लोगों की तुलना में कम रोमांचक है। एक वकील कॉन्ट्रैक्ट बनाने, दस्तावेजों की पुष्टि करने के लिए काफी समय व्यतीत करता है। वकीलों को अच्छी अंग्रेजी की आवश्यकता होती है क्योंकि उन्हें बहुत सारे दस्तावेज़ बनाना और सत्यापित करना होता है। एक ग्राहक को वकील की सेवाओं की जरूरत होती है जब वह मुकदमा / दायित्व के साथ सेवा करता है या जब वह किसी के साथ अनुबंध में प्रवेश करता है यह एक वकील का काम है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ग्राहक के हितों की रक्षा की जा रही है या नहीं।

वकील बनने के लिए क्या करना चाहिए

LL.B. कानून में स्नातक की डिग्री है एलएलबी का फुल फार्म बैचलर ऑफ लॉ है। आजकल छात्र चाहते हैं कि वे अपना करियर कानून के क्षेत्र में बनाएं। क्योंकि इस क्षेत्र में आपको अनेकों नौकरी के काफी अच्छे अवसर मिल जाते हैं। कानून से सम्बंधित सभी विषयों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लॉ के कोर्स बैचलर ऑफ लॉ (LLB) (कानून की स्नातक) में दी जाती है। हमारे समाज में शांति व्यवस्था बनाये रखने का काम कानून का होता है। और साथ ही समाज में होने वाले अपराधों को रोकना भी कानून का काम है।

अगर आप 12 वीं के बाद लॉ करना चाहते हैं तो आप पांच वर्षीय एल.एल.बी कोर्स कर सकते हैं। जबकि तीन वर्षीय एल.एल.बी कोर्स करने के लिए आपको स्नातक (graduation) पूरा करना होगा। अगर आप इस कोर्स को करना चाहते हैं तो आपको एंट्रेंस टेस्ट उत्तीर्ण (pass) होगा। आपको बता दें कि लीगल सेक्टर की सर्वोच्च प्रोफेशनल उपाधियां में एलएलबी यानी कि बैचलर ऑफ लॉ और एलएलएम यानी कि मास्टर ऑफ लॉ हैं। अगर आप एलएलबी उत्तीर्ण करने के बाद स्नातकोत्तर करना चहाते हैं तो आप दो वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। इसके बाद आप पीएचडी भी कर सकते हैं। जिससे आपको शिक्षक के क्षेत्र में भी अवसर मिलेंगे। जब आप एलएलबी पूरा कर लेते हैं उसके बाद आप युवा बार काउंसिल में पंजीकरण कराने के बाद देश की किसी भी अदालत में मुकदमों की पैरवी कर सकते हैं। आप क्रिमिनल, रेवेन्यू या सिविल में से कोई भी क्षेत्र चुन सकते हैं।

लॉ की पढाई के लिए उपरोक्त भारत देश के 18 संस्थान में कॉमन ला एडमिशन टेस्ट (क्लैट) परीक्षा आयोजित की जाती है। परीक्षा के संपन्न हो जाने के बाद cut off निकाल कर बच्चो की एक लिस्ट तैयार हो जाती है और उसके बाद जो बच्चे चयनित होते हैं उनका प्रवेश लिया जाता है। कई यूनिवर्सिटी और राज्य इसके अलावा अपने स्तर पर अपने तरीके से परीक्षा आयोजित करते है। लॉ के निम्न पाठय़क्रम ये हैं

उपलब्ध पाठय़क्रम

§  एलएलबी, अवधि : तीन वर्ष

§  बीए एलएलबी (ऑनर्स), अवधि : पांच वर्ष

§  बीएससी एलएलबी (ऑनर्स), अवधि : पांच वर्ष

§  बीकॉम एलएलबी (ऑनर्स), अवधि : पांच वर्ष

§  एलएलएम

§  पीएचडी

वकालत के तरीके

आप आरंभ में किसी वरिष्ठ वकील के जूनियर के रूप में अदालतों का व्यावहारिक काम सीख सकते हैं। और जब आपको कुछ वर्षो का अनुभव हो जाए उसके बाद स्वतंत्र रूप से प्रैक्टिस कर सकते हैं। इस क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता एलएलएम करने से और भी बढ़ सकती है। आपके पास अदालतों में एडवोकेट के रूप में प्रैक्टिस करने का पारंपरिक विकल्प तो होता ही है साथ ही स्टेट काउंसलर, गवर्नमेंट प्रॉजीक्यूटर बनने का विकल्प भी होता है। अगर आप जज बनना चाहते हैं तो राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली न्यायाधीश या मुंसिफ परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा। कॉरपोरेट सेक्टर काफी विकसित हो गया है जिस कारण अब इस क्षेत्र में भी विधि विशेषज्ञों की मांग पहले से बढ़ गई है।

एलएलबी के बाद करियर

स्टूडेंट्स को एल.एल.बी कोर्स करने के बाद आसानी से जॉब मिल जाती है क्योंकि आजकल कानून के क्षेत्र में काफी अच्छे स्कोप होते हैं।

§  लॉ फर्म (एसोसिएट)

§  ऍमएनसी (लीगल अफसर)

§  गोवेरमेंट एजेंसी

§  जुडिशल एसएमस

§  बैंक

§  लिटिगेशन

उपरोक्त भारत देश के 18 संस्थान में ला की पढाई के लिए कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट परीक्षा आयोजित की जाती है। जिसमे उपरोक्त योग्यता होने पर आप बैठ सकते है। परीक्षा के संपन्न होने के बाद cut off निकाल कर बच्चो की एक लिस्ट तैयार की जाती है और उसके बाद चयनित बच्चो का प्रवेश लिया जाता है जहाँ आप अपनी लॉ की पढाई पूरी कर सकते है। इसके अलावा कई यूनिवर्सिटी और राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। जहाँ योग्यता होने पर  परीक्षा देकर आप प्रवेश ले सकते हैं।

लॉ के अंतर्गत कोर्स

जो उम्मीदवार लॉ करना चाहते हैं उनको बता दें कि लॉ के अंतर्गत कई कोर्स आते हैं।

क्रिमिनल लॉ

आपको बता दें कि क्रिमिनल लॉ सबसे प्रचलित कानून वाला कोर्स है। हर छात्र को इस कानून का अध्ययन करना पड़ता है। क्राइम्स और उसके प्रति कानून प्रावधान की जानकारी इसके अध्ययन से ही होती है। शुरुआत में थोड़ा मुश्किल लगता है लेकिन ज्यादा कठिन नहीं है।

कॉरपोरेट लॉ

कॉरपोरेट लॉ के अंतर्गत कॉरपोरेट संसार में होने वाले अपराधों के लिए नियम और कानून का अध्ययन किया जाता हैं। कॉरपोरेट कानूनों से कॉरपोरेट सेक्टर में होने वाले अपराधों को रोकने के लिए तथा फाइनेंस प्रोजेक्ट, टैक्स लाइसेंस और ज्वॉइंट स्टॉक से संबंधित काम किए जाते हैं।

पेटेंट अटॉर्नी

पेटेंट अटॉर्नी के अंतर्गत कोई व्यक्ति किसी वस्तु पर अपना पूर्ण आधिपत्य रखता है। कोई अन्य व्यक्ति उसकी मर्जी या सहमति के बिना उस अधिकार का प्रयोग नहीं कर सकता।

साइबर लॉ

साइबर क्राइम से जुड़े मुद्दों पर कानून जानकारी इस कानून के तहत देता है कि उनसे कैसे निपटा जाये और उनके लिए सजा क्या है।

फैमिली लॉ

यह क्षेत्र महिलाओं उपयुक्त और महिलाओं का सबसे पसंदीदा क्षेत्र है। इसके तहत तलाक, गोद लेने, पर्सनल लॉ, शादी, गाजिर्यनशिप एवं अन्य सभी पारिवारिक मामले आते हैं।  हर राज्य के सभी जिलों में पारिवारिक मामलों को उसी स्तर पर सुलझाने  के लिए फैमिली कोर्ट की स्थापना की गयी है।

बैंकिंग लॉ

बैंकिंग  तहत लोन, लोन रिकवरी, बैंकिंग एक्सपर्ट आदि से संबंधित कार्यो का निपटारा होता है।बैंकिंग और उससे सम्बन्धित नियम और कानून का अध्ययन इस विषय में करवाया जाता है।

टैक्स लॉ

इसके तहत सभी प्रकार के टैक्स जैसे सर्विस टैक्स, सेल टैक्स, इनकम टैक्स आदि से सम्बन्धित समस्यायों का निपटारा होता है।

Wednesday, May 18, 2022

BSC PART 1 YEAR 2021-22 QUESTION PAPER PRSU RAIPUR (CG)

BSC PART 1 MATHS QUESTION PAPER YEAR 2021-22

F-3608-B.Sc. Part-I-New Course-Mathematics - I-Algebra & Trigonometry

 

 F-3609-B.Sc. Part-I-New Course-Mathematics - II-Calculus

 

F-3610-B.Sc. Part-I-New Course-Mathematics - III-Vector Analysis & Geometry


कंप्यूटर की सभी बेसिक जानकारी?

 

कंप्यूटर क्या है? – Basic of Computer in Hindi


 

कंप्यूटर (Computer) एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो की मुख्यतः चार उपकरणों से मिलकर बना है जैसे की डिस्प्ले (Display), माउस (Mouse), कीबोर्ड (Keyboard), मदर बोर्ड (Motherboard), और CPU. कंप्यूटर को आप कोई डाटा को Input की तरह दे सकते हैं उसके बाद उसी डाटा को CPU के जरिए प्रोसेस करके कंप्यूटर आपको एक Output देता है.


 

चलिए इसे एक उदाहरण की मदद से समझते हैं मान लो आपको मैंगो शेक बनाना है तो आपको आम के पल्प, सक्करदूध, और मिक्सर की जरुरत पड़ेगी. मिक्सर CPU की तरह काम करेगा जो की सभी सामान को आपस में अच्छी तरह से मिक्स कर देगा, आम के पल्प, सक्कर, और दूध ये सभी इनपुट की तरह है, और में हमें जो मैंगो शेक मिलता है वह आउटपुट की तरह है. ठीक इसी तरह कम्प्यूटर भी काम करता है.

कंप्यूटर मुख्यतः दो पार्ट से मिलकर बना है हार्डवेयर (Hardware) और सॉफ्टवेयर (Software), कंप्यूटर के जिस भी भाग को हम अपने हाथों से छू सकते हैं उसे हार्डवेयर कहा जाता है जैसे की माउस, कीबोर्ड, CPU, प्रिंटर, माइक्रोफोन, RAM, डिस्प्ले इत्यादि. 

सॉफ्टवेयर ऐसे प्रोग्राम या Instruction होते हैं जिनकी मदद से हम कंप्यूटर से एक स्पेसिफिक काम करा सकते हैं जैसे की Microsoft Excel, Microsoft Word, Chrome इत्यादि. हम सॉफ्टवेयर को छू नहीं सकते हैं 

Input डिवाइस 


 

इनपुट ऐसे डाटा या Instruction होते हैं जो की कंप्यूटर को दिए जाते हैं. इनपुट डिवाइस का इस्तेमाल करके हम कोई भी इनपुट कंप्यूटर को देते हैं. कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, मइक्रोफ़ोन, जॉय स्टिक, लाइट पेन, बारकोड रीडर इत्यादि ये सभी Input डिवाइस के उदाहरण हैं. 

जब आप अपने कंप्यूटर के लॉक को खोलने के लिए पासवर्ड Enter करते हो तब आप कीबोर्ड की सहायता से कंप्यूटर को इनपुट दे रहे होते हो. 

Output डिवाइस 

आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर हार्डवेयर का एक टुकड़ा है जो कंप्यूटर से डेटा प्राप्त करता है और फिर उस डेटा को दूसरे रूप में परिवर्तित करता है. वह Audio, Visual, Textual या Hard Copy जैसे Printed Document हो सकता है.

एक इनपुट डिवाइस और एक आउटपुट डिवाइस के बीच मुख्य अंतर यह है कि एक इनपुट डिवाइस कंप्यूटर को डेटा भेजता है, जबकि एक आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर से डेटा प्राप्त करता है  .


उदाहरण के लिए, पॉडकास्ट रिकॉर्ड करने के लिए माइक्रोफोन का उपयोग करना इनपुट डिवाइस का उपयोग करने का एक उदाहरण है. कनेक्टेड स्पीकर के माध्यम से रिकॉर्ड किए गए पॉडकास्ट को सुनना आउटपुट डिवाइस का उपयोग करने का एक उदाहरण है. 

CPU 


 

सीपीयू (Central Processing Unit) कंप्यूटर का एक प्राथमिक घटक है जो निर्देशों को प्रोसेस करता है. यह ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकेशन को चलाता है, उपयोगकर्ता या सक्रिय सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम से लगातार इनपुट प्राप्त करता है. यह डेटा को प्रोसेस करता है और आउटपुट उत्पन्न करता है, जो किसी एप्लिकेशन के स्क्रीन पर दिखाया जाता है.

सीपीयू में कम से कम एक प्रोसेसर होता है, जो कि सीपीयू के अंदर वास्तविक चिप होता है जो गणना करता है. कई वर्षों के लिए, अधिकांश सीपीयू में केवल एक प्रोसेसर था, लेकिन अब एकल सीपीयू के लिए कम से कम दो प्रोसेसर या प्रसंस्करण कोर होना आम है.

दो प्रोसेसिंग कोर वाले सीपीयू को डुअल-कोर (Dual-Core) सीपीयू कहा जाता है और चार कोर वाले मॉडल को क्वाड-कोर (Quad-Core) सीपीयू कहा जाता है. हाई-एंड सीपीयू में छह (Hexa-Core) या आठ (Octa-Core) प्रोसेसर हो सकते हैं. एक कंप्यूटर में एक से अधिक सीपीयू हो सकते हैं, जिनमें से प्रत्येक में कई कोर होते हैं. उदाहरण के लिए, दो Hexa-Core सीपीयू वाले सर्वर में कुल 12 प्रोसेसर होते हैं.

MotherBoard

MotherBoard


 

मदरबोर्ड कंप्यूटर के हार्डवेयर घटकों जैसे प्रोसेसर (CPU), मेमोरी (RAM), हार्ड ड्राइव और वीडियो कार्ड के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करता है. कई प्रकार के मदरबोर्ड हैं, जिन्हें विभिन्न प्रकार और कंप्यूटरों के आकार के अनुसार बनाया गया है. 

मदर बोर्ड के अंदर ही कंप्यूटर के मुख्य घटक जैसे की प्रोसेसर, मेमोरी, हार्ड ड्राइव, वीडियो कार्ड इत्यादि उपस्थित होते हैं. 

प्रत्येक प्रकार के मदरबोर्ड को विशिष्ट प्रकार के प्रोसेसर और मेमोरी के साथ काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, इसलिए वे हर प्रोसेसर और प्रकार की मेमोरी के साथ काम नहीं करते हैं. हालांकि, हार्ड ड्राइव ज्यादातर Universal होते हैं और अधिकांश प्रकार या ब्रांड की परवाह किए बिना मदरबोर्ड के साथ काम करते हैं.

कंप्यूटर के फायदे 

मल्टीटास्किंग (Multitasking)

मल्टीटास्किंग कंप्यूटर का एक बड़ा फायदा है. कंप्यूटर कुछ सेकंड के भीतर ही Numbers की समस्याओं की गणना कर सकता है. कंप्यूटर प्रति सेकंड निर्देशों का कई खरब गणना कर सकता है.  

गति (Speed)  

अब कंप्यूटर केवल गणना करने वाला उपकरण नहीं है, अब कंप्यूटर की मानव जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. कंप्यूटर के मुख्य लाभों में से एक इसकी अविश्वसनीय गति है, कंप्यूटर की मदद से सभी कार्यों को बहुत तेजी से किया जा सकता है.

शुद्धता (Accuracy)

कंप्यूटर के मूल लाभ में से एक यह है कि न केवल गणना कर सकते हैं, बल्कि सटीकता के साथ गणना कर सकता है.

डाटा सुरक्षा (Data Security)

डिजिटल डेटा की सुरक्षा को Data Security के रूप में जाना जाता है. कंप्यूटर विनाशकारी ताकतों से और अनजान Users से साइबर हमले जैसी Unwanted Action से सुरक्षा प्रदान करता है. 

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हॉस्टल वार्डन के 669 पदों में भर्ती Chhatrawas Adhikshak Avm Adhikshika Ki Bharti Post 669

यदि आप स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत आवासीय विद्यालय  छात्रावास अधीक्षक एवं अधीक्षिका के पदों में भर्ती का इंतजार कर रहे है तो आप लोगो के लि...